Covaxin : कोरोना का टीका । Story Number 4th
जय श्री राम 🙏
आशा करता हु की आपने पहले के पोस्ट जरूर पढे होंगे। जयपुर आने के बाद पहेली बार 5 दिन की छुट्टी मिली थी दिवाली की । मैरे 2 दो चाचा अपने पूरे परिवार के साथ दिल्ली मैं रहते हैं। वो लोग मुझे बुला रहे थे। मैं जब घर से आया तो मैं पहला covid-19 का वैक्सीन लेके आया था और मैंने कोवाक्सिन लिया था जो कि 28 से 30 दिन बाद फिर दूसरा डोज़ लेना पड़ता था। तो जिस दिन कॉलेज बन्द हुआ तो मैंने एक मित्र जो कि बिहार का ही रहने वाला था पर वो यहाँ पहले से रहे रहा था उसके साथ मैं RUHS गया वहाँ जाने के बाद पता चला कि यहाँ पे कोवाक्सिन उपलब्ध नहीं ये सुन के मैं निरास सा होगया तभी मित्र ने बोला कि अबे तेरे रूम के पास महात्मा गांधी हॉस्पिटल हैं वहाँ मील जाएगा कोवाक्सिन पर वहाँ पैसे लगेंगे । मैंने ये बात पापा को बताया वो बोले ठीक है कहीं से भी लगवा लो पर आज ही लगवा लो और दिल्ली चल जाना सब इतना बुला रहा तो मना करना सही नहीं होगा। फिर मैं और मेरा मित्र महात्मा गाँधी हॉस्पिटल के लिए वहाँ से निकल गए। महात्मा गाँधी हॉस्पिटल पहुँच कर हम लोग वैक्सीनेशन सेंटर को खोज्ने लगें । वैक्सीनेशन सेंटर मील तो गया उनसे बात किया काउंटर पे तो उन्होंने बोला कुछ देर बैठो । मैं फिर 15 मिनट के बाद उनसे पुछता हु की सर कोवाक्सिन लग तो जाएगा ना आज? उन्होंने बोला कोवाक्सिन? नहीं यहाँ कोवाक्सिन नहीं लगता। ये सुनके फिर मैं निरास होगया। वहाँ से मैं और मित्र पैदल ही रूम के बगल वाले चाय दुकान पर जाकर चाय पीते हैं। वो बोलता है कि वो अब जा रहा वो पता करके मुझे बताएगा। मैं भी फिर रूम पर चला आया। मेरा मन अशांत था क्योंकि पापा ने बोला था कि आज वैक्सीन लगा ही लेना। मैंने गूगल करके पता लगया मुझे एक हॉस्पिटल मिला जोकि मेरे रूम से 22 किलोमीटर की दूरी पर था । वहाँ वैक्सीन का दाम 1450 रू थे पापा ने मुझे 1500 भेजे थे पर उस वक़्त मैं अच्छा पैसा कमा लिया करता था अपने वेबसाइट से। मैंने ola uber पे देखा कि वहाँ जाने आने मैं कितना पैसा लगेगा। फिर मैंने ऑनलाइन बुक करके एक बाइक मंगवा लिया 350 रू ऑनलाइन बता रहा था। जाने मैं घंटे भर से भी ज्यादा लग गया। मैं परेसान होगया था नया जगह है और किसी को मैं जानता भी नही और इतना दूर मैं रूम से आगया हु। वहाँ पहुँच कर मैंने बाइक वाले भइया से बोला वापस भी लेके आप चलोगे ऑफ़लाइन ? उन्होंने कहाँ आपको कितना समय लगेगा यहाँ? मैंने बोला 20 से 30 मिनट मैं आजाऊँगा। उन्होंने बोला ठीक है आप मेरा नम्बर ले लो आप बाहर आके मुझे कॉल कर देना मैं यही पे आपका इंतजार करूँगा आप मुझे जितना अभी दे रहे उतना ही दे देना। मैंने बोला ठीक है भैया। मैं अंदर जाकर काउंटर पे बात करता हु और उन्हें बोलता हूं कि मैंने कॉल किया था वैक्सीनेशन के लिए कितना समय लग जायेगा? उन्होंने बोलै सर आप नीचे चल जाये तुरंत हो जाएगा। मैं नीचे जाता हूं वहाँ नर्स थी उन्होंने बोला आप बगल मैं पैसे जमा करवा कर राशिद लेके आए तुरंत होजायेगा आपका वैक्सीनेशन। मैंने वैसा ही किया और वैक्सीनेशन मेरा तुरंत ही होगया। मैंने उन्हें कहाँ कितने देर मैं सर्टिफिकेट अपडेट होजायेगा ? उन्होंने बोला कल सुबह तक होजायेगा आप निश्चिन्त रहे। मैं फिर वहाँ से निकल के भइया को कॉल करता हु वो बोलते है कि वो बगल वाले चाय के दुकान पे हैं । मैं उन्हें देख लेता हूं और उनके पास चला जाता हूँ। फिर हम दोनों वहाँ से निकल आते है और पूरे रास्ते बात करते आते हैं। मेरे रूम से पांच किलोमीटर की दूरी पे रहते है।
उन्होंने बोला आपको रात को यहाँ कभी भी कही जाना हो तो आप मेरे नंबर पे एक बार कॉल कर दीजियेगा। मैं रोम पे वपस पहुच गया।
आगे क्या हुआ?
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